वो सुबह कभी तो आएगी। Wo Subah Kabhi To Ayegi काविश अज़ीज़ लेनिन एक पत्रकार हैं और लगातार लखनऊ प्रोटेस्ट को रात-रात भर कवर कर रही हैं।उन्होंने ये नज़्म लिखी है। सिटिज़न अमेंडमेंट बिल (CAB/CAA) को लेकर पूरे देश मे जो आंदोलन हुए, फिर दंगे हुए उसे लेकर एक नज़्म। वो सुबह कभी तो आएगी। वो…
Month: January 2020
वो देश बचाने आईं हैं। (Mahilaon K Liye Kavita)
वो देश बचाने आईं हैं। (Mahilaon K Liye Kavita) काविश अज़ीज़ लेनिन एक पत्रकार हैं और लगातार लखनऊ प्रोटेस्ट को रात-रात भर कवर कर रही हैं। उन्होंने उन बेटियों के लिए ये कविता लिखी है जो दिन रात भूल कर संविधान को बचाने की ज़िद किये खुले आसमान के नीचे बैठी हैं। वो देश बचाने…
निकल पड़ी हैं बेटियां | Nikal Padi Hai Betiyan (Kavita)
निकल पड़ी हैं बेटियां | Nikal Padi Hai Betiyan (Kavita) काविश अज़ीज़ लेनिन एक पत्रकार हैं और लगातार लखनऊ प्रोटेस्ट को रात-रात भर कवर कर रही हैं। उन्होंने उन बेटियों के लिए ये कविता लिखी है जो दिन रात भूल कर संविधान को बचाने की ज़िद किये खुले आसमान के नीचे बैठी हैं। निकल पड़ी…
CAA/NRC/NPR Protest Kavita: Nafrat Ki Aag
CAA/NRC/NPR Protest Kavita: Nafrat Ki Aag Aaj jab desh k halat samany nhi hai aur har taraf CAA/NRC/NPR k khilaf protest ho rha hai or log sadko pe utar chuke hain. Aise halat me bhi government piche hatne ko tayyar nhi hai to mujhe lga kyun na is halat pe ek kavita likhi jaye. To…